चीता तेंदुआ में अंतर | शेर व बाघ फर्क | Difference Cheetah Leopard Lion Tiger

चीता तेंदुआ में अंतर करना आसान नहीं होता है। और कहीं व्यक्ति शेर व बाघ में फर्क नहीं कर पाते हैं। यहाँ चीता, बाघ, शेर, व तेंदुए में अंतर बताये गए हैं। जिनसे आपको इनको जानने में आसानी होगी।

चीता बाघ शेर तेंदुआ व जैगुआर में अंतर

शेर की पहचान –

शेर को पहचानना सबसे आसान है। यह जंगल का राजा है। शेर के शरीर और विशेष रूप से गर्दन पर काफी बाल होते हैं जिसे अयाल कहते हैं। शेर थोड़े से आलसी प्रवृति के होते हैं। शेर की लम्बाई सामान्यतः 6 – 7 फिट होती है। बिग कैट फॅमिली में ये ऐसे जानवर है जो एक परिवार के रूप में रहते हैं तथा संयुक्त रूप से अपना शिकार करते हैं। यह साहस शक्ति के प्रतीक हैं।

Difference Cheetah Leopard

चीता तेंदुआ में अंतर | Difference Between Cheetah and Leopard

एक व्यस्क शेर की दहाड़ को 8 किमी तक सूना जा सकता है। शेर जब पूरे जोश के साथ दहाड़ता है तो पूरा जंगल काँप उठता है। और आस पास के छोटे जीव अपने बच्चों से कहते हैं सो जा बैठा वरना शेर आ जायेगा। सामान्यतः मेल शेर का वजन 180 Kg होता है और शेरनी का 120 kg होता है।

जंगल में जो शेर होते हैं वे लगभग 10 – 15 वर्ष जीवन जीते हैं। एक शेर को एक दिन में तक़रीबन 18 किलो मांस की जरूरत होती है। शेर अगर दौड़ना शुरू करे को 81 किमी की रफ़्तार पकड़ सकता है। किन्तु वह यह निरंतरता ज्यादा देर तक नहीं बनाये रख सकता।

एक सर्वे से यह सामने आया है कि 8 शेर में से केवल एक शेर ही सामान्यतः जीवन रहते है। बाकी के अधिकांश 2 वर्ष तक परलोक सिधार जाते है। यदि शेर किसी बाघिन के साथ सम्भोग करता है तो हाई ब्रीड को लाईगर्स या टाईगोन्स कहते हैं। और तेंदुए के साथ हो तो उसे लेओपनस कहते हैं।

शेरनिया शेर की तुलना में ज्यादा घातक वार करती है। उसके शिकार से किसी शिकारी का बच पाना उतना आसान नहीं होता है। शेर मनुष्य की तुलना में रात के अँधेरे में 6 गुना ज्यादा अच्छे से देख सकते हैं। इससे इनको शिकार करने में काफी मदद मिलती है।

शेर एक बच्चे के लिए अपनी शेरनी के साथ लगभग 3000 बार सम्भोग करते हैं। शेर तक़रीबन दिन में 20 घंटे विश्राम करते हैं। इस प्रका देखे तो शेर बड़ा ही गजब का जानवर है और यूँही नहीं यह जंगल का राजा है।

बाघ की पहचान

कैट फॅमिली बाघ सबसे बड़ा होता है। शरीर काली लम्बी धारियां इसकी पहचान है। बाघ शेरों की तुलना अधिक लम्बे होते हैं। साथ ही इनका वजन भी ज्यादा होता है। शेर की तुलना में बाघ ज्यादा फुर्तीले होते हैं। यह अकेले अपना शिकार करना पसंद करते हैं। यह ऊंचाई में शेर के बराबर तथा लम्बाई 9 फिट होती है।

चीता तेंदुआ में अंतर

चीता तेंदुआ में अंतर | Difference Between Cheetah and Leopard

मादा बाघ गर्भ धारण करने के साढ़े 3 महीनों बाद ही बच्चो को जन्म दे देती है। यह 4 से 6 शावकों को एक साथ जन्म देती है। बाघ के बच्चे जन्म के समय अंधे होते हैं और वजन 1 से डेढ़ किलो ग्राम होता है। ये शावक 6 महीनों तक पूरी तरह माता पिता पर निर्भर रहते हैं। जब बच्चा 6 महीने का हो जाता है तो यह स्वयं शिकार करने लगता है।

बाघ 9 किलों मांस एक दिन में रोज खा लेता है। ये दिन के समय शिकार करना पसंद करते हैं। वैसे तो बाघ घने जंगल में रहना पसंद करता है किन्तु गर्मियों में पानी की प्यास से परेशां होकर किसी जलाशय के पास आ जाता है। जहाँ वह कई बार झाड़ियों में छिपा रहता है। इस प्रकार कई बार यह गाँव में आ जाता है। और वहां अन्य जानवरों व इंसानों का भी शिकार कर लेता है।

स्वभाव से बाघ डरपोक होता है। जब तक वह घायल नहीं हो जाता है या इससे छेड़खानी नहीं की जाती तब तक यह किसी का भी सामना करने से डरता है। हालांकि बाघ काफी मजबूत होता है। अपने मुंह में गाय बैल को दबाकर भी बाघ ऊँची ऊँची झाड़ियों को आसानी से पार कर लेता है।

बाघ दोनों पंजो से अपने शिकार को जकड़ता है और मुंह से उसे चीयर फाड़ डालता है। इसको पानी से काफी लगाव होता है और ये पानी में काफी तैरते हैं।

चीता तेंदुआ में अंतर | Difference Between Cheetah and Leopard

चीता की जानकारी –

दुनिया के सबसे तेज धावक हुसैन बोल्ट भी स्वयं चीते से प्रभावित है। यह वह जानवर है जो दुनिया की सबसे लम्बी छलांग लगाता है। साथ ही दुनिया का सबसे तेज दौड़ने वाला जानवर भी है। हालांकि ज्यादा देर तक यह नहीं दौड़ सकता है।

Difference Cheetah Leopard

Difference Between Cheetah Leopard and Jaguar

शेर और बाघ से तुलना करे तो यह उनसे काफी पतले होते हैं। इनका सिर भी बहुत छोटा होता है। इनकी कमर भी पतली होती है। तथा इनके शरीर पर काले धब्बे होते हैं। चेहरे पर काली धारियां होती है। जिसकी वजह से ये आसानी से पहचाने जा सकते हैं।

चीते अधिकांशतः दिन में शिकार करते हैं जब शेर ज्यादातर सो रहे होते हैं या सक्रिय नहीं होते हैं। चीता बिग कैट फॅमिली का एक ऐसा जानवर है जो दहाड़ता नहीं है।

चीता अपने वजन के बराबर शिकार भी आसानी से कर लेता हैं। 60 से 65 किलो का एक चीता किसी 50 किलो के भोजन को आसानी दबोच कर सुरक्षित स्थान में ले जाता है और अपना पेट तृप्त करता हैं। चीते की मृत्यु दर अन्य जानवरों से ज्यादा पाई जाती है। इसके 10 में से 7 बच्चे ही जीवित रह पाते हैं।

तेंदुए के बारे में जानकारी

तेंदुए देखने में कुछ कुछ चीते जैसे लगते हैं। लेकिन दोनों जानवरों में काफी अंतर होता है। चीते के शरीर के धब्बे गोल होते हैं जबकि तेंदुए के शरीर पर रोसेट शैली के निशान होते हैं। इसके चहरे पर चीते के समान दो धारियां होती है।

चीता तेंदुआ में अंतर

तेंदुआ चीते के मुकाबले ज्यादा हष्ट पुष्ट व लम्बा होता है। तथा यह शिकार करने के बाद अपने उस भोजन को पेड़ पर ले जाने की शक्ति रखता है। तेंदुए का सिर चीते के मुकाबले बड़ा व लम्बा होता है।

तेंदुए जबरदस्त रूप से घुर्राते हैं। खर्राटे लेते हैं। दहाड़ते व फुफकारना भी ये काफी अच्छे से जानते हैं। भारत में ये काफी मात्रा में पाए जाते हैं। और सामान्यतः जंगल के निकट के गाँवों में अक्सर अपने शिकार को आ जाते हैं।

Difference Between Cheetah Leopard and Jaguar

जैगुआर की पहचान –

जैगुआर जाना जाता है अपनी ताकत के लिए। यह चीते व तेंदुए से बड़ा होता है। साथ ही इसके शरीर पर बने पैटर्न भी चीते व तेंदुए से काफी बड़े होते हैं। तथा उनके बीच में गैप काफी ज्यादा होता है। साथ ही इसकी पूँछ छोटी और पैर बौने आकर के होते हैं।

जैगुआर की बात करें तो यह 2 मीटर तक लम्बे होते हैं। लेकिन इसकी दौड़ने की गति किसी भी प्रकार से कम नहीं है। यह 80 किमी की रफ़्तार से दौड़ लेते हैं। साथ ये पानी के अभी अच्छे तैराक होते हैं और पेड़ पर चढ़ने में भी माहिर होते हैं। जैगुआर ऐसे एनिमल है जो क्रोकोडाइल व एलिवेटर का भी शिकार कर लेते हैं। Read – Rose Day Kavita

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इस जंगल में यूँही नहीं दहशत बस्ती है। यही वे जानवर है जो जंगल को जंगल बनाये रखते हैं। किन्तु निरंतर अब इनकी संख्या में कमी आ रही है। चीता तो भारत से पूर्ण रूप से विलुप्त ही हो गया और मोदी जी अपने बर्थडे के दिन गिफ्ट के रूप में चीता लेकर आये। वाकई यह बात दिल को कचोटती है कि हम जंगल के रक्षक के बजाये भक्षक बन गए हैं। चीता तेंदुआ में अंतर | Difference Between Cheetah and Leopard जानिए – डॉ सर्वेपल्ली राधाकृष्णन लाइफ स्टोरी

जंगल वैसे ऐसा स्थान है जहाँ कह नहीं सकते कि कब एक शिकारी भी शिकार बन जाए। ये सभी जानवर भले ही एक प्रकार से भयानक शिकारी माने जाते हैं। किन्तु कभी कभी इनका भी शिकार हो जाता है। यह जिसका बस चल जाए उसकी का सिक्का जम जाता है। चीता तेंदुआ में अंतर Read – Guruji Par Shayari

आज पर्यावरण संरक्षण यदि हमें करना है तो वन्य जीवों को संरक्षण भी काफी जरूरी है। क्योंकि ये ही वे जानवर है। जो जंगल को जंगल बनाये रखेंगे। जिनका जंगल में एक आतंक होता है। और जंगल अपने आप में जंगल लगता है। Difference Between Cheetah Leopard and Jaguar Read – Krishna Par Kavita

मनुष्य ने निरंतर जंगल को नुकसान पहुँचाया है। अपने विकास में उसने धरती का विनाश कर दिया है। हम निरंतर एक वैज्ञानिक युग में जी रहे हैं। इसलिए शायद हम प्रकृति की तरफ देख ही नहीं पा रहे हैं। हम भूल गए है कि हम भी प्रकृति का ही एक हिस्सा है। यदि यह प्रकृति का संतुलन ऐसे ही बिगड़ता रहा तो हमारा सर्वनाश भी सुनिश्चित है।

चीता तेंदुआ व जैगुआर में अंतर | Difference Cheetah Leopard

आज ऐसे कहीं वन्य जीव है जो विलुप्त होने के कगार पर हैं या फिर विलुप्त हो गए हैं। इनके विनाश का कारण यह मानव ही रहा है। तो जरूरी है कि मानव ही अब इनकी रक्षा करे। चीता तेंदुआ में अंतर | Difference Between Cheetah and Leopard Read – Raksha Bandhan History in Hindi

हम यदि हमारे इस परिस्तिथिक संतुलन को बिगड़ने से बचाना है तो इस पर्यावरण को बचाने के लिए आगे आना ही होगा। और हर प्रकार से लोगों को इसके प्रति जागरूक करना होगा। आजकल वैसे यह देखा जा रहा है कि कुछ खुरापाती लोग पर्यावरण का जरा भी ध्यान नहीं रख रहे हैं। चीता तेंदुआ में अंतर | Difference Between Cheetah and Leopard Read – Pollution Par Kavita

अभी हाल ही में हम देखें तो पर्यावरण में कहीं ऐसे घटनाये हुई है। जिससे मानवीय त्रासदी हुई है। चाहे वह भू स्खलन हो। चक्रवात हो, भूकंप हो, बाढ़ हो, सूखा हो। मानव ने यह जाना है। कि जैस नेचर ने आपको जन्म दिया है वही आपका यह जीवन ले भी सकती है। Difference Between Cheetah Leopard and Jaguar Read – Pollution Par Slogan

हमारे यह जंगल हमेशा शेर की दहाड़ से, चीते की रफ़्तार से, और बाघ के कारनामों से आबाद रहे तो हमें इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी उठानी होगी। ये हमारे जीवन के पूरक है। इनको भी इनका आवास चाहिए जिसको हम निरंतर छीनते जा रहे हैं। हम एक प्रकार से इनके दुश्मन बन बैठे हैं।

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