गणतंत्र दिवस पर निबंध व्यंग | Happy Republic Day Essay in Hindi – यह निबंध Republic Day से जुड़ा है। और इससे सम्बंधित जो विषमताएं है। उन पर एक प्रकार का हास्य व्यंग्य करता है।
गणतंत्र दिवस पर निबंध
गणतंत्रात्मक आमतंत्र
‘गणतंत्र दिवस ’ शब्द सुनने में इतना अच्छा लगता है। जितना की उस दिन स्कूल में मिलने वाली मिठाई भी नहीं लगती। हमारा मानना है कि देश में लोकतंत्र के पर्व पर बुंदी (नुक्ती) के लड्डू की मिठाई बांटने से अच्छा है। आम बांटे जायें। क्यों कि देश में लोकतंत्र कम आमतंत्र ज्यादा है।
अभी आप थोडा कंफ्यूज हो रहे होंगे इसका कारण आम के स्वाद और गणतंत्र के मिठाई के स्वाद में अंतर होना है। तो बता दे लोकतंत्र अर्थात जनतंत्र का अर्थ होता है ‘जनता के द्वारा, जनता के लिए, जनता का शासन’।
लेकिन देश की आम जनता इस जनतंत्र में आम की तरह चुसी जाती है। और इस चुसे हुए आम का सबसे ज्वलंत उदाहरण है। देश का सबसे बड़ा आम आदमी मि. केजरीवाल। खैर हम केजरीवाल पर नहीं जायेंगे। क्यों कि उन पर थप्पड़ से लेके जूते तक जाने क्या-क्या जा चुके हैं।
वैसे भी इज्जत पर ज्यादा झाड़ू उनकी पार्टी के चुनाव चिन्ह ने ही लगा दी है। तो अब केजरीवाल सबसे ज्यादा साफ इंसान हो गए। इतना साफ़ कि गन्दा गन्दा राजनीतिक करैक्टर नजर आ रहा है।
खैर यह तो सभी राजनीतिक मछुवारों का हाल है। अब चाहे व बीजेपी की नाव पर हो, या कांग्रेस की नाव पर। तो देखना यह है मि. मछली महोदय आप उनके इस गणतंत्र के धागे से बने आमतंत्र नाम के जाल में फंसेगे या नहीं।
वैसे हम बात करना पसंद करेंगे। आपकी और आम की ना कि केजरीवाल की। तो जैसा कि यदि आप सोच रहे हैं कि आप स्वतंत्र है देश में लोकतंत्र है। आप के द्वारा चुनी गई सरकार लोकतान्त्रिक है तो आप सोचते रहिये। क्यों कि सोचना ही अच्छा है।
खैरअब ज्यादा भी मत सोचना क्यों कि फिर समझ में कुछ नहीं आता। तो बताते हैं कि लोकतंत्र में पहली चीज है नागरिकता। वह है ‘भारतीय’ लेकिन बची कितनी है आपको पता है।
Happy Republic Day Essay in Hindi
अब भारत माता के पास बच्चों के रूप में भारतीय कम हिन्दू , मुस्लिम, सिक्ख, इसाई ज्यादा हैं। अब तो इनमे भी नई जातियां पैदा हो गई जो देश में हर रोज नए नए बवाल कर रही है।
सच बात कहे देश इन 72 सालों में इतना ज्यादा स्वतंत्र और लोकतंत्र हो गया है। कि राजनीति वोटतंत्र और देश की जनता आमतंत्र बन गई है।
जब देश के जन-जन को समझ आ गया। कि देश लोकतंत्र पर नहीं, वोटतंत्र पर चल रहा है। अब यह बात जनता को समझ में आये। तब ही असली लोकतंत्र देश मना पाए। वरना नारे तो हम भी लगा रहे है। – अमर रहे भारत, अमर रहे लोकतंत्र। व्यंग्यकार — लोकेश इन्दौरा
भारत के तीन राष्ट्रिय पर्वों में से एक गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को प्रतिवर्ष पूरे देश में मनाया जाता है। 26 जनवरी वह तारीख है जिस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। स्वतंत्रता दिवस और गाँधी जयंती दिवस के समान ही इस दिन सम्पूर्ण भारत में अवकाश होता है।
रिपब्लिक डे से एक दिन पूर्व स्कूल, कॉलेज और कहीं प्रकार के शेक्षिणक संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। कुछ संस्थाओं में गणतंत्र दिवस के दिन ही इन कार्यक्रमों को मनाया जाता है।
इस दिन देश के राष्ट्रपति लाल किले पर तिरंगा पहराते हैं। और देश के रंग में रंगी हुई अनेक प्रकार की परेड यहाँ होती है। जिनमें सांस्कृतिक झांकियां, विविध सेना व पुलिस का दल का मार्च, फाइटर प्लेन की कलाबाजी, विविध संघटनों की रंगा रंग प्रस्तुति शामिल है।
यह राष्ट्रिय पर्व इसी प्रकार पूरे देश भर में तथा देश के बाहर अन्य भारतीयों द्वारा भी बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। यह दिन सम्पूर्ण भारतियों को गौरवान्वित करने वाला और उत्साह देने वाला होता है।
Gantantra Diwas Par Nibandh
गणतंत्र दिवस मनाने का उद्देश्य
गणतंत्र दिवस इस बात का प्रतीक है कि अब हमारा देश हमारे द्वारा बनाये गए संविधान और क़ानून से चलेगा। स्वतंत्रता के बाद 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन का समय देश के नए संविधान को निर्मित होने में लगा। और 26 जनवरी 1950 को उसे लागू किया गया। हमें यह आज़ादी केवल एक व्यक्ति के बलिदान से नहीं मिली है। अपितु इसमें लाखों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी है।
भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, सुभाष, अशफाक उल्ला खां, उद्धम सिंह जैसे अनेक वीर हँसते हँसते अपनी ज़िन्दगी देश के लिए न्योछावर कर गए। गणतंत्र दिवस का उद्देश्य उन देश भक्तों से देश के प्रति प्रेरणा लेना है। ताकि एक राष्ट्रवादी समाज और देश का हम निर्माण कर सकें।
हमारे देश के जवान भीषण सर्दी और भीषण बीहड़ों जंगलों व तपते रेगिस्तान में देश की सुरक्षा के खातिर अपनी जान हथेली पर लिए खड़े रहते हैं। हमारी राष्ट्रवादी भावना ही हमारे देश के जवानों को देगी।
इतिहास
हमारे देश का एक गौरवमयी इतिहास रहा है। जब देश अंग्रेजों का गुलाम था तो समय समय पर ऐसे कहीं वीर आये जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ बगावत की। चाहे वह झाँसी की रानी हो, तांत्या टोपे हो, बहादुर शाह जफ़र हो, मंगल पांडेय हो ये ऐसे वीर थी जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी।
आजादी के बाद देश अनेक विद्वान देश के नवीन संविधान के निर्माण में जुट गए। इस संविधान सभा में ढेर सारे लोग कानून के अच्छे जानकर थे तो कुछ समाज सुधारक थे और उन्होंने हमारे देश को विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान दिया। इस संविधान निर्माण के लिए 22 समितियां बनी और कुल 114 दिन इसकी बैठक हुई। और फिर जाकर वह सपना साकार हुआ जिसे हमारे देश के क्रांतिकारियों ने देखा। जिनके लिए अनेक माताओं ने अपने बच्चो को कुर्बान कर दिया। अनेक बेटियां विधवा हो गई।
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Gantantra Diwas Par Vyangya | गणतंत्र दिवस पर व्यंग
हिन्दुस्तान जब से आजाद हुआ तो इसे एक सूत्र में पिहरोना वाकई बड़ा मुश्किल था। लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे प्रतिभाशाली नेताओं ने इस जटिल काम को आसान किया। Read – गणतंत्र दिवस इतिहास
इंडिया रंग बिरंगी संस्कृति वाला व विविध प्रकार के खान पान वाला देश है। किन्तु फिर भी हमारे पूर्वजों ने ऐसा संविधान बनाया है जिसमें सभी लोग खुश रहे और नाही किसी के साथ कोई भेद भाव हो। Gantantra Diwas Par Nibandh Read – दहेज प्रथा पर निबंध
हमने हमारे सम्पूर्ण इतिहास व संस्कृति से ना केवल बहुत कुछ सीखा है। अपितु इसे हमारी जीवन में समाहित भी किया है हर धर्म व संस्कृति की अच्छाई को हमने अपनाया है। Gantantra Diwas Par Vyangya | गणतंत्र दिवस पर व्यंग Read – Election Funny Poems in Hindi
लाल किले पर गणतंत्र दिवस के दिन भारतीय अस्त्र शस्त्रों का प्रदर्शन किया जाता है। अब भारतीय आधुनिक शस्त्रों से सुसज्जित है। भारत दुनिया हथियार के आयातक के रूप में तीसरे स्थान पर है। अब हिंदुस्तान आत्मनिर्भरता की ओर ध्यान दे रहा है।
विविध प्रकार की सेना बटालियन इस दिन परेड करती है साथ ही ये लोग अपने स्लोगन का भी प्रदर्शन करते हैं। जो मुसीबत के समय इनके अंदर जोश भरता है। इसमें पुरानी और आधुनिक सभी प्रकार की रेजिमेंट होती है। इनके आदर्श वाक्य इनकी भली भाँती व्याख्या करते हैं।
आज दुनिया का हर दूसरा देश भारत के इस अलौकिक स्वरूप को देख हैरान है। और कहीं देशी विदेशी इस देश की विविधता के देख इसकी और खूब आकर्षित भी हो रहे हैं। गणतंत्र दिवस पर निबंध | Happy Republic Day Essay in Hindi Read – Hindi Funny Questions
आज भारत में पुरुष के साथ साथ नारी भी देश की अगुवाई कर रही है। चाहे पुलिसबल हो सैन्य बल हो हर जगह नारी देश के खातिर अपनी जान की बाजी लगाने को तैयार है। और स्वाभाविक है जब नारी शक्ति देश के साथ होगी तब ही देश आगे बढ़ेगा।
भारत दुनिया का सबसे विशाल लोकतंत्र है। सन 2020-21 में अमेरिका के चुनाव होने के बाद जो विवाद हुआ उससे यह भी साबित हो गया। कि केवल भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक देश ही नहीं अपितु शक्तिशाली लोकतान्त्रिक देश भी है। गणतंत्र दिवस पर निबंध | Happy Republic Day Essay in Hindi Read – Bollywood Life Hindi
हम अपने लोकतंत्र को और भी किस प्रकार से मजबूत बना सकते हैं। एक नागरिक के रूप में आपकी और सरकार की क्या जिम्मेदारी है। कैसे हम एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण करें। जिसमें किसी प्रकार का झगड़ा ना हो। कोई वैरभाव ना हो। ख़ुशी ख़ुशी सभी धर्म व संप्रदाय के लोग आपस में रहे। गणतंत्र दिवस पर निबंध | Happy Republic Day Essay in Hindi Read – Hindi Funny Articles
देश के प्रति सभी भारतियों के कर्त्तव्य है। हम सभी का योगदान देश के खातिर कुछ ना कुछ हमेशा होना चाहिए। देश हमारा गर्व है हमारे लिए सब कुछ है। देश से बढ़कर किसी के लिए कुछ भी नहीं हो सकता है। हमें जरूरी है कि हम हमारे देश को हर प्रकार से सशक्त बनाये। गणतंत्र दिवस पर निबंध | Happy Republic Day Essay in Hindi Read – Yogi Adityanath Par Shayari
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