भगवान गणपति भजन | गणेश वंदना – Latest 2 Lord Ganesh Bhajan – भगवान गणपति हमारे आदिदेव है वह प्रथम पूज्य देव हैं। इनकी पूजा अर्चना के बिना कोई मांगलिक कार्य हो ही नहीं सकता। यहाँ प्रभु गजानन से जुड़े 2 नवीनतम व उत्कृष्ट भजन है जो कि कवि लोकेश इंदौरा द्वारा रचित है। आप इन्हे पढ़े, गायें और शेयर करना ना भूलें। भगवान वक्रतुण्ड आपका कल्याण करे।
भगवान गणपति भजन
हे गणपति गजानन तुझे करता मैं नमन
हे गणपति गजानन, तुझे करता मैं नमन
बुद्धि के दाता तेरा करता हूँ वंदन
मोदक तेरा भोजन, मूषक तेरा वाहन
चढाने तुझको पुष्पहार बना मेरा जीवन
तू रिद्धि सिद्धि स्वामी, लक्ष्मी का संगी तु
हो जाता है धनवान जो करे तेरा पूजन
भक्तों को तेरी भक्ति, देती अद्भुत शक्ति
नित रहे जो तेरा ध्यान तो बने जीवन चन्दन
करें तेरा मंगल गान, हे विघ्नहर्ता तेरा नाम
हे दया प्रेम सागर सदा रहे तेरा चिंतन
हे देव मेरे प्रथम, है तु सबसे उत्तम
सो कर ले स्वीकार मेरा यह भजन
—- Lokesh Indoura
गणपति अद्वितीय देव अर्ज मेरी सुन लो
हे गणपति अद्वितीय देव
यह अर्ज मेरी सुन लो।
तेरा रूप ध्यान रहे अविराम
यह बात मेरी रख लो।
आदि तुम अनादि तुम
तुम हो दुःख के हर्ता
हे विघ्नराज प्रिय गजराज
कर दो थोड़ी कृपा
ना अभिमान बसे तुम में प्राण
यह बात मेरी रख लो।
हे गणपति अद्वितीय देव …..
मोदकप्रेमी कमला संगी
सर्वसौख्यदायी
हे श्री गणेश ओह मयूरेश
दो कष्टों से विदाई
ना द्वेष भाव रहे प्रेम भाव
यह बात मेरी रख लो
हे गणपति अद्वितीय देव……..
तुम शौकमुक्त शुचितायुक्त
चिंताहरण दाता
हे एकदन्त देख गजानन्द
तेरी शरण भाता
नहीं लोभ रहे अपना जोग रहे
यह बात मेरी रख लो
हे गणपति अद्वितीय देव …….
अरे रिद्धिपति हाँ सिद्धिस्वामी
सुख शांति दीजे
हे गौरी लाल सूत चन्द्रभाल
हर कारज सिद्ध कीजे
नहीं क्रोध हो सुबोध हो
यह बात मेरी रख लो
हे गणपति अद्वितीय देव …….
Poet – Lokesh Indoura
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गणेश वंदना – Latest Lord Ganesh Bhajan
भगवान गणपति गजानंद की महिमा अपार है। वह एक ऐसे देव हैं जिनकी कृपा के बिना मांगलिक कार्य सफलता पूर्वक संपन्न हो ही नहीं सकता है। गणेश जी विघ्ननाशक है। सभी प्रकार के विघ्नों को दूर करने वाले हैं। किसी भी कार्य की शुरुआत से पहले उनका स्मरण सभी प्रकार विघ्नों को दूर करने में सहायक होता है। Read – Baby Shower Shayari
गणपति जी को कहीं प्रकार के नामों से यह संसार पुकारता है। कोई उनको लम्बोदर कहता है तो कोई वक्रतुण्ड। सबसे मजेदार बात यह है कि उनके हर एक नाम की अलग महिमा है। जो भक्त जिस नाम से इनको ध्याता है यह उसको उसी प्रकार से फल प्रदान करते हैं। भगवान गणपति भजन | Bhagwan Ganpati Bhajan पढ़े – म्यूच्यूअल फण्ड क्या है
यहाँ गणेश जी के प्रथम भजन में भगवान् गणेश से यह कहा गया है। कि हे बुद्धि के स्वामी मैं तेरा वंदन करता हूँ। तुझे नित नमन करता हूँ तुम रिद्धि सिद्धि के स्वामी हो और माँ लक्ष्मी जो की धन की देवी हो उसके साथ विराजमान रहते हो। इसलिए तुम्हारा पूजन धन धान्य ऐश्वर्य इत्यादि प्रदान करता है। तुम्हारे पूजन से जीवन आनंदित हो उठता है। पढ़े – स्टॉक मार्किट क्या है
हे गणपति गजानंद तुम मंगल मूर्ती हो जब भी किसी मांगलिक कार्य की शुरुआत होती है तो तुम्हारा पूजन अनिवार्य है। उसके बिना किसी भी कार्य का श्री गणेश हो नहीं सकता है। यही नहीं कार्य की शुरुआत को ही एक प्रकार से श्री गणेश की संज्ञा दी गई है। गणेश वंदना – Latest Lord Ganesh Bhajan Read – Happy Holi Shayari
भगवान वक्रतुण्ड दया का सागर है। उसके चिंतन करने वाले प्राणी पर वह अपनी दया अवश्य बरसाता है। और जब भी उसकी दया प्रेम की बारिश होती है तो रोम रोम जीवन का खिल उठता है। सारे क्लेश और चिंताएं उस व्यक्ति की दूर हो जाती है। उसका आशीर्वाद हर प्रकार से उसकी सहायता करता है। पढ़े – लेटेस्ट सरस्वती वंदना
गणेश जी के भजन | Ganesh Ji Ke Bhajan
हमारा यह जीवन बड़ा ही सुन्दर और प्यारा है। लेकिन जब हम ईश्वर की भक्ति से इस जीवन को जोड़ देते हैं तब यह जीवन और भी ख़ूबसूरत बन जाता है। यह भक्त को भक्ति के माध्यम से एक विशेषप्रकार की शक्तियां प्रदान करता है। ईश्वर स्वयं खुद से पहले अपने भक्तों का ध्यान रखता है। पढ़ें – भगवान राम पर कविता
यहाँ दूसरे भजन में स्तुति की गई है कि हे भगवान् गणपति तुम अद्वितीय देव है तुम्हारा सानी इस संसार में कोई और नहीं है। इसलिए तुम यह अर्ज मेरी पहली तो यह सुनो। कि तेरे रूप का ध्यान मेरे मन मस्तिष्क में हमेशा रहे। मैं हमेशा तेरी पूजा करता रहूँ। और यह क्रम निरंतर चलाता रहे। गणेश जी के भजन | Ganesh Ji Ke Bhajan Read – Lord Shiva Kavita
तुम आदि अनादि ईश्वर हो। जो अजन्मा है। जो पारलौकिक है। तुम दुःख के हर्ता हो जो हर प्रकार दुःख अपने भक्तों के हर लेता है। अतः हे विघ्नराज हे प्रिय गजराज आप हम पर थोड़ी कृपा बरसाइये। मुझे अपने ऊपर किसी प्रकार का कोई अभिमान ना हो। सिर्फ तुम्हारे अंदर ही मेरे प्राण बसे हो। तुम्हारी भक्ति में ही मैं पूर्ण रूप से डूबा रहूँ। Visit – Hindi Riddles
तुम्हे मोती चुर के लड्डू बेहद प्रिय है। तुम माँ कमल आसीन माँ लक्ष्मी के साथी हो। इस प्रकार तुम सभी सुखों को प्रदान करने वाले देव हो। अतः हे श्री गणेश हे प्रिय मयूरेश तुम मेरे कष्टों को दूर करों। मैं आपकी शरण मैं हूँ। मेरे अंदर किसी के प्रति कोई द्वेष भाव ना रहे, सिर्फ और सिर्फ प्रेम भाव ही रहे। Read – Hindi Story
गणपति भजन | Ganpati Ke Bhajan
तुम शौक से मुक्त हो कहने का अर्थ है कि तुम्हारा साथ शौक संताप से दूर रखता है। साथ ही तुम शुचिता युक्त हो। अर्थात तुम सभी प्रकार से पवित्र हो। और इस तरह तुम सभी प्रकार की चिंताओं को हरण करने वाले हो। हे एकदन्त हे गजानंद तेरी शरण में रहना मुझे बहुत भाता है। मेरे अंदर आप किसी प्रकार का कोई लोभ मत रखना बस अपना जोग बनाये रखना। गणपति भजन | Ganpati Ke Bhajan Visit – Navratri Wishes Shayari
भगवान गजानन सभी देवों में अग्रपूज्य यूँहीं नहीं है। उनके अंदर जो प्रतिभा व क्षमता है। वह किसी भी देव में नहीं है। उनका रूप भी सभी डिवॉन सबसे विलक्षण है। उनके नाम मात्रा से बड़ी से बड़ी समस्या डोर रहती है। ज़िन्दगी में हमेशा अच्छे व मांगलिक कार्य की शुरुआत गणपति के वंदन से करनी चाहिए। Read – Hindi Funny Status
यह संसार गणपति का हमेशा वंदन करता रहा है और आगे भी हमेशा वंदन करता रहेगा। गणपति की महिमा बड़ी ही निराली है। उनके मंदिर पर भक्तों की हमेशा भीड़ रहेगी। क्योंकि उनको किसी भी कार्य में भुलाया ही नहीं जा सकता है। यह बड़ा ही चमत्कारी देव है।
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