Sarkari Naukri Par Kavita : Best 2 सरकारी नौकरी पर कविता

Sarkari Naukri Par Kavita : सरकारी नौकरी पर कविता – यहाँ गवर्नमेंट जॉब पर 2 बेहतरीन कविताएं प्रस्तुत है। नौकरी हो तो जी सरकारी 2. गवर्नमेंट जॉब के पीछे जवानी पढ़ें और शेयर करना ना भूलें

Sarkari Naukri Par Kavita

नौकरी हो तो जी सरकारी

नौकरी हो तो जी सरकारी
वरना अच्छी है वही बेरोजगारी

बेरोजगारी के दुखड़े से मिलता है मासिक भत्ता
जायेंगे जिससे एग्जाम देने दिल्ली मुंबई कलकत्ता

कलकत्ता कर काली के दर्शन मांगेंगे सरकारी नौकरी
ताकि अपार दहेज़ संग ब्याहने को आये सुन्दर छोकरी

छोकरी के माँ बाप भी ढूंढे वही सरकारी नौकर
अतः पीछे पड़े नौकर के पीछे सब हाथ धोकर

धोते धोते धुल गया नसीब हो गई जेबें खाली
भागम भाग में फीकी हुई ज़िन्दगी की खुशहाली

खुशहाली देख इस जॉब में कि हमेशा प्रभु से विनती
लेखक खिलाड़ी जैसे प्रोफेशन की कोई ना है गिनती

गिनती में है रिश्वत के नोट जी भर के मक्कारी
फिर मूंछे तान कहना हां जी नौकरी है सरकारी

सरकारी भवनों के हाल जैसे ही ज़िन्दगी बेहाल
सरकारी मान व पारिवारिक पोषण से समझे खुशहाल

खुशहाल ऐसे बनकर के देखो जी सरकारी नौकर
जो देखे इससे अलग सपने समझे जहाँ उसको जोकर

तो जोकर बनाता दुनिया में रखना दूसरे प्रोफेशन की सोच
सोच वाला अपने खुश, रिश्तेदारों परिचितों के लिए जोक

—— Lokesh Indoura

Read – Health Poem in Hindi

हर कोई भारत में सरकारी नौकरी चाहता है। और क्यों ना चाहे सरकारी नौकरी का एक अलग ही मजा है। इसमें मेहनत कम और पैसा खूब है। और क्यों ना हो। आखिर नौकरी है जी सरकारी तो सरकार ही रखेगी खुशहाली। तो खुशहाली चाहिए तो करो जी सरकारी नौकरी। वरना भूल जाओ मिलेगी कि तुमको छोकरी। Watch – Exam Funny Shayari in Youtube

सरकारी नौकरी पर कविता

गवर्नमेंट जॉब के पीछे जवानी

गवर्नमेंट जॉब के पीछे
भाग रही देखो जी जवानी
बीच बीच में हांफ रही
मिटाने को बेरोजगारी की कहानी

कहानी है जी जबरदस्त
जिसमें है जीवन पस्त
किताबी ज्ञान ही लगा बैठा
पहचान पर डस्ट

डस्ट को धोने हेतु
किया खूब पढाई लिखाई
ना किया जी इश्क़ कबूल
ना लाये जी लुगाई

लुगाई भी गृहस्थी संग
कर रही है मेहनत
चाहे वह भी नौकरी
मिले किसी भी कीमत

कीमत बढ़ जाती
जो मिल जाये जी नौकरी
वरना मुंह फेरे किस्मत
जैसे बेवफा हुई छोकरी

छोकरी को भी प्यारी लागे
जी सरकारी कर्मचारी
वही उठा सके उसके
मेकअप का खर्चा भारी

भारी भरकम सैलरी का
नाम ही होता सरकारी जॉब
मिले जिस किसी को
आ जाता है जी रॉब

Poet – Lokesh Indoura

Read – Student Funny Poetry in Hindi

Join  Facebook Page Maskaree and Youtube Channel Maskaree , You should follow Twitter Account Maskaree

नौकरी वैसे तो किसी को अच्छी नहीं लगती किन्तु नौकरी यदि सरकारी हो तो बात ही क्या। सरकारी नौकरी के अपने अलग ही मजे हैं। मजे ऐसे कि लड़का हो या लड़की हर कोई चाहे सरकारी नौकरी।Read – Zindagi Hindi Shayari in Hindi

देश में जो बेरोजगारी का दरअसल सबसे बड़ा कारण है। वह एक प्रकार से अधिकांश युवाओं द्वारा गवर्नमेंट जॉब की चाह रखना भी है। क्योंकि प्राइवेट जॉब का इतना कोई महत्व नहीं है। उसमें सैलरी उतनी नहीं है। सरकारी नौकरी कविता | Sarkari Naukri Kavita

रोजगार की चाह रखना जरूरी है। किन्तु रोजगार यदि सरकारी नौकरी हो। तो बात फिर संघर्ष काफी बढ़ जाता है। क्योंकि हर कोई सरकारी नौकरी चाहता है। Read – Friendship Hindi Status

Government Job Kavita

किन्तु यदि एक बार व्यक्ति सरकारी नौकरी का विचार छोड़ के देखे तो उसे ढेरों ऑप्शन जीवन में दिखाई देंगे। जिस और वह जा सकता है। किन्तु सरकारी नौकरी के पीछे वह अपना बहुत कुछ गंवा देता है। Read – Smart Phone Par Kavita

अतः गवर्नमेंट के जॉब के पीछे भागने से अच्छा है। आप अपने जीवन को अपनी रूचि के अनुसार सजाएं। और देखे जीवन कितना आनंद आपको देती है। जितना आनंद आपको जीवन में अपने काम से मिलेगा। सच में वह किसी और से नहीं मिलता।

आपको सरकारी नौकरी पर ये कविताएं कैसी लगी हमें कमेंट के माध्यम से अवश्य बताएं।

Leave a Reply