शेयर बाजार की पूरी जानकारी 2023 : Share Market Information in Hindi – यदि हम शेयर मार्केट में उतरना चाहते हैं तो हमें जरूरत होती है। शेयर मार्केट की जरूरी जानकारी की जो हमें होनी ही चाहिए। यहाँ शेयर मार्केट की वह सारी जानकारी प्रस्तुत है जो एक निवेशक के रूप में आपको पता होनी चाहिए। तो चलिए जानते हैं।
शेयर बाजार की जानकारी 2023
शेयर(Share) का सीधा सा अर्थ होता है हिस्सेदारी। शेयर को स्टॉक(Stock) या इक्विटी(Equity) भी कहते हैं। कंपनी स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से अपनी कुछ प्रतिशत हिस्सेदारी बाजार में उतारती है। जिसे निवेशक पैसा लगाकर खरीदते हैं। और शेयर के रूप में उन निवेशकों के पास वह हिस्सेदारी होती है।
शेयर खरीदने के लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है। वर्तमान में समय में Upstox, Angel, Groww जैसी कई कंपनियां है। जिसके माध्यम से आप डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। यह नीचे भारत की विश्वसनीय ब्रोकर कंपनी के एप्प का लिंक है। जिसके माध्यम से आप आसानी से फ्री में अपना डीमैट अकाउंट खोल पाएंगे और शेयर खरीद और बेच सकते हैं। एप्प डाउनलोड करने के बाद आपको अपनी KYC कम्पलीट करनी होगी।
शेयर मार्केट में अकाउंट खोलने के लिए एप्प डाउनलोड करें
व्यावहारिक रूप से हम देखे तो हम जब किसी शेयर को खरीदतें है। तो उस कंपनी में एक प्रकार से इन्वेस्टमेंट करते हैं। यदि यह कंपनी ग्रो करती है। तो आपको प्रॉफिट हट है जो कि कंपनी Dividend के रूप में प्रदान करती है। Dividend पाने के लिए कम से कम 1 साल तक किसी कंपनी के शेयर आपके पास होने चाहिए।
शेयर बाजार की जानकारी : Share Market Information in Hindi
अब थोड़ा सा ब्रोकर के बारे में जान लेते हैं। ब्रोकर ही दरअसल वह माध्यम है जिसके माध्यम से हम शेयर खरीदते और बेचते हैं। क्योंकि हम सीधे तौर पर कंपनी से शेयर नहीं खरीद सकते हैं।
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Share Market Information in Hindi
शेयर बाजार Monday to Friday खुलता है। आप सुबह 9.30 से शाम 4.00 बजे तक शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशक 9.00 बजे 9.07 के बीच अपने शेयर बुक खरीद सकते हैं। इससे वह शेयर बाजार के एक बड़े उतार चढाव से बच जाते हैं।
आइये जान लेते हैं शेयर बाज़ार की वह महत्पूर्ण terms जो एक निवेशक को पता होनी चाहिए।
Promoter – जो कंपनी की शुरुआत करते हैं। अर्थात जो किसी कंपनी के मालिक है। उन्हें Promoter कहा जाता हैं। यह सबसे पहले किसी कंपनी के शेयर की फेस वैल्यू तय करते हैं।
Face Value – जब कोई कंपनी फर्स्ट टाइम लिस्टेड कंपनी बनती है। तो IPO के माध्यम से जो किसी शेयर की प्रथम बार Price होती है। उसे Face Value कहते हैं। यह कंपनी के प्रमोटर द्वारा रखी जाती है।
Types of Company – कंपनी के तीन प्रकार है। 1. Private Limited Company 2. Public Limited Company 3 Listed Company
शेयर बाजार की जानकारी : Share Market Information in Hindi
Private Limited Company – जब कोई कंपनी की शुरुआत होती है। तो सबसे पहले वह एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी होती है। इसमें मुख्य रूप जो प्रमोटर होता है। केवल उसी की पूँजी होती है। या उसके द्वारा स्रोत से जुटाई पूंजी होती है।
Public Limited Company – यह किसी कंपनी का दूसरा चरण है। जब कंपनी ग्रो करना शुरू करती है। तो उसे पूँजी की जरूरत होती है। और वह पब्लिक्ली लोगों से फण्ड जुटाती है और कंपनी की उन्नति के लिए निवेश होता है।
Listed Company – यह किसी कंपनी का अंतिम चरण आता है। जब कंपनी की ख्याति लगभग बड़े पैमाने पर हो जाती है। तो फिर कंपनी अपने आप कोई और भी बड़े पैमाने पर लाने के लिए देश विदेश में अपनी पहुँच बनाने के लिए Stock Exchange में अपना नामांकन करवाती है। और अब स्वतंत्र रूप से कोई भी व्यक्ति कंपनी के शेयर खरीद कर उसमें निवेश कर सकता है।
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Share Bazar Ki Jankari Hindi | स्टॉक मार्केट की जानकारी
Types of Stock Exchange – भारत में 3 स्टॉक एक्सचेंज सक्रिय है। 1. BSE (Bombay Stock Exchange) 2. NSE (National Stock Exchange) 3. XMSEI (Metropolitan Stock Exchange of India) वास्तव में स्टॉक एक्सचेंज ही वह प्लेटफार्म होते हैं। जो इन्वेस्टर्स को शेयर खरीदने और बेचने की सुरक्षा प्रदान करते हैं। क्योंकि ये संस्थाएं सीधे रूप से निवेशकों से लेन देन नहीं करती है। इसलिए ब्रोकर्स कंपनियां इनसे जुडी होती है। और वही सभी निवेशकों के लेनदेन का हिसाब रखती है।
शेयर बाजार की जानकारी : Share Market Information in Hindi
IP0 – जब कोई कंपनी प्रथम बार स्टॉक एक्सचेंज में अपना रजिस्ट्रेशन करवाती है तो IPO (Initial Public Offering) के माध्यम से वह अपने शेयर निवेशकों के लिए खोलती है। इसमें प्रत्येक व्निवेशक की शेयर खरीदने की मात्रा पहले से तय होती है। कम से कम इतना शेयर तो उसे खरीदना ही होता है।
इस 2023 में Muthoot Micro Finance, Narmada Bio-Chemical, OYO Rooms, Snapdeal, Vikram Solar, Swigy, Hinduja Leyland Finance, जैसी कहीं नामी कंपनियां आईपीओ के तहत अपने शेयर मार्केट में उतारेगी।
Types of Investors – यहाँ इन्वेस्टर्स को निवेश के हिसाब से 5 भागों में बांटा गया है। 1. RIN (Retail Individual Investors) 2. HNI (High Network Individuals) 3. DII (Domestic Institution Investors) 4. FII (Foreign Institution Investors 5. FPI (Forum Portfolio Investors)
Retail Individual Investors – यह वे इन्वेस्टर्स होते हैं जो 2 लाख रुपये से कम की पूँजी लगाते हैं।
High Network Investors – यह वे निवेशक होते हैं। जो 2 लाख रूपये से ज्यादा की पूँजी निवेश करते हैं।
Domestic Institution Investors – जो घरेलु संस्थाएं होती है जैसे बैंक, फाइनेंस कंपनी यह भी शेयर मार्केट में निवेश करती है। इनको ही DII इन्वेस्टर्स कहा जाता है।
Share Bazar Ki Jankari Hindi | शेयर बाजार की जानकारी : Share Market Information in Hindi
Foreign Institution Investors – जब विदेशी संस्थाएं हमारे बाजार में इन्वेस्ट करती है तो इन्हे FII कहा जाता है।
Forum Portfolio Investors – जब एक्सपर्ट्स लोगों का समूह फोरम जारी करता है और रिटेल इन्वेस्टर्स को एक स्ट्रेटेजी के माध्यम से निवेश करवाता है। तो FPI है। इसमें संयुक्त रूप से इन्वेस्ट किया जाता है। यह म्यूच्यूअल फण्ड जैसे संस्थाएं होती है।
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Share Market ki Jankari Hindi
Primary Market – जब कंपनी आईपीओ के तहत अपने शेयर निवेशक को देती है। इसे प्राइमरी मार्किट कहते हैं। इसमें कंपनी व निवेशक के बीच का लेन देन है।
Secondary Market – इसमें एक निवेशक दूसरे निवेशक से शेयर खरीदता व बेचता है। इसे आप ट्रेडिंग भी कह सकते हैं।
Pre Opening Market Session – प्री ओपनिंग मार्किट सेशन का समय 9:00 बजे से 9:15 तक होता है। आपको यहाँ 9:00 बजे 9:07 के बीच शेयर खरीदने के लिए आर्डर देना होता है।
AMO (After Market Order) – जब 4 बजे मार्किट बंद होने के बाद कोई शेयर खरीदने व बेचने ऑर्डर देता है उसे AMO कहते हैं। अर्थात शाम 4 बजे से सुबह 9 बजे तक के समय में किये गए आर्डर को AMO कहा जाता है। हालाँकि यह ऑर्डर सुबह 9:15 के बाद एग्जिक्यूट होगा।
शेयर बाजार की जानकारी : Share Market Full Information in Hindi
LTP (Last Traded Price) – जब कोई शेयर शाम 4 बजे दिनभर ट्रेड होने के बाद बंद होता है। तो उसे LTP कहते हैं। जैसे कोई शेयर सुबह 1242 पर खुला और 1245 पर बंद हुआ तो उसकी LTP 1245 कहलाएगी।
Gap Up Opening – शाम को जब बाजार बंद होता है। तो उसके बाद कही लोग शेयर खरीदने व बेचने के लिए आर्डर प्लेस करते हैं। इसलिए जब सुबह 9:15 पर मार्किट खुलता है। तो शेयर का प्राइस वह नहीं होता है। जिसमें बीते दिन शाम को वह बंद हुआ था। जैसे शाम को 1245 प्राइस पर शेयर बंद हुआ और सुबह 1250 पर शेयर खुला तो इसे Gap Up Opening कहा जायेगा।
Gap Down Opening – जब मार्किट में कोई शेयर का भाव शाम को बंद हुए भाव से कम होता है। तो उसे गैप दोवां ओपनिंग कहा जाता है। जैसे कोई शेयर शाम को 1245 पर बंद हुआ और सुबह 1240 पर खुलता है तो यह Gap Down Opening है।
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Share Bazar ki Jankari Hindi शेयर बाजार की जानकारी : Share Market Information in Hindi
Unch – जब किसी शेयर का भाव परिवर्तन नहीं है अर्थात वही रहता है जिस पर शाम को बंद रहता है। तो उसे Unch कहते हैं। अर्थात यदि कोई शेयर 1245 पर बंद हुआ और सुबह भी 1245 पर ही खुलता है तो इसे Unch अर्थात Unchanged कहा जायेगा।
Bonus Share – जब कंपनी शेयर धारकों को उनकी शेयर की मात्रा के हिसाब से अतिरिक्त शेयर प्रदान करती है तो उसे बोनस शेयर कहा जाता है। इसके रेश्यो 1:2, 1:1 कंपनी के अनुसार कुछ भी हो सकता है। जैसे 1:2 का अर्थ है प्रत्येक दो शेयर रखने पर 1 शेयर बोनस।
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Share Bazar Knowledge in Hindi
Contract Note – यह एक प्रकार की प्राप्ति होती है जो ब्रोकर द्वारा इन्वेस्टर को प्रदान की जाती है। इसमें शेयर की संख्या, सेटलमेंट डेट, ट्रेड डेट आदि का ब्यौरा होता है।
Volume – इसका अर्थ है शेयर्स की संख्या जिनकी दिन भर में ट्रेडिंग हुई।
Depository – भारत में प्रमुख रूप से दो प्रकार की डिपाजिटरी कंपनी है। 1 NSDL(National Securities Depository Limited 2. CDSL (Central Depository Securities Limited ये कम्पनिया किसी भी फिजिकल स्टॉक फॉर्मेट को डमटेरिअल फॉर्मेट में बदलने का कार्य करती है।
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