श्री सूक्त का काव्यात्मक अनुवाद | Shree Suktam Path in Hindi – श्री सूक्त देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा स्त्रोतम है। यदि कोई इसका पाठ करता है तो निश्चित रूप से धन की देवी लक्ष्मी उस पर प्रसन्न होती है। यहाँ इस श्री सूक्त का काव्यात्मक हिंदी अनुवाद है। जो कि कवि लोकेश इंदौरा द्वारा किया गया है।
श्री सूक्त का काव्यात्मक अनुवाद
सोने सा उसका रंग
हरे रंग का कुछ कुछ संग
सज्जित स्वर्ण रजत से अंग
उस कान्तिमय चन्द्रवत रमा का
हे जातवेद अग्निदेवता
करो मेरे लिए आवाहन
अश्व गाय पुत्रों की दाता
संग स्वर्ण लाये अविनाशी माता
हे जातवेद अग्निदेवता
करो मेरे लिए आवाहन
आगे दौड़ते घोड़े इनके
पीछे रथ रहते हैं इनके
हो प्रसन्न गजनाद सुनके
उस श्री देवी माँ लक्ष्मी का
मैं करता आवाहन
दया तेज की पूर्णकामा मूर्ति
स्वर्ण आच्छादित हो प्रसन्न
भक्त कृपालु कमल आसिनी
गुलाबी वर्ण से है शोभन
साक्षात् ब्रह्मरूपा लक्ष्मी का
मैं करता आवाहन
चंद्रसमान शुभ कान्तिवाली
सौंदर्य अपार द्युतगामिनी
यशस्वी देवगण द्वारा पूजिता
उदारशील माँ कमलधारिणी
दूर कीजिये दुःख दरिद्रता
तेरे वरण से तेरी शरण
सूर्य समान प्रकाश स्वरूपा
तप से तेरे बिल उत्पन्न
उस फल सेवन से बाहर अंदर
दुःख दारिद्रय दूर बनूँ संपन्न
आये मित्र मणिभद्र देव कुबेर
दक्ष प्रजापति की कन्या कीर्ति
मैं जन्मा भारत राष्ट्र में
प्रदान करो मुझको रिद्धि
आपकी बड़ी बहिन वह अलक्ष्मी
क्षीणकाय मलिन रखे भूख प्यास
दुःख दारिद्रय अमंगल दूर कर
मैं चाहूँ माँ उसका विनाश
तुझ में लक्ष्मी करके विश्वास
करता हूँ आवाहन
हे सुगन्धित जिसका प्रवेश द्वार
दुर्लभ नित्यपुष्ट गोमय निवासी
सभी विद्यमान वस्तुओं की रानी
माँ लक्ष्मी बनो मेरे घर की वासी
मैं करता आवाहन
मिले कामनाओं की संकल्प सिद्धि
साथ सच्ची धर्म संगत वाणी
गौ पशु भोज्य पदार्थ देकर
पधारो यशस्वी माँ कहूं कहानी
मैं करता आवाहन
तेरे पुत्र कर्दम की हम संतान
वह कर्दम ऋषि मेरे घर हों उत्पन्न
कमल माला धारिणी माँ लक्ष्मी
हो कुल में स्थापित कर संपन्न
चिकने पदार्थों के रचयिता
चिक्लीत वास करो तुम घर मेरे
साथ में अपनी माता लक्ष्मी का
निवास करवाएं घर मेरे
कोमल स्वाभाव कर में कमल
पीतवर्ण कमल माला धारिणी
पुष्टरूपा चंद्र सी कान्तियुक्त
लक्ष्मी जो है स्वर्ण धारिणी
मैं करता आवाहन
दुष्टों को रखे है जो वश में
कोमल हृदय है वह माता
शरणदात्री मंगलदायी सौंदर्य
सूर्यस्वरूपा का है स्वर्ण नाता
उस लक्ष्मी का है अग्निदेवता
मैं करता आवाहन
अनश्वर उस देवी लक्ष्मी के
आगमन से मिले गौ दासियाँ धन
अश्व पुत्रों की प्राप्ति होकर
हे अग्निदेव करूँ ह्रीं चिंतन
हे भगवती महालक्ष्मी मैय्या
दीजिए ओज आयु आरोग्य धन
मिले धान्य पशु पुत्रों की प्राप्ति
शतायु हो मेरा जीवन
इस कामना के साथ मैं लक्ष्मी
करता हूँ तेरा आवाहन
कवि – लोकेश इन्दौरा
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Shree Suktam Path in Hindi
हमारे हिन्दू धर्म धन की देवी लक्ष्मी को बताया गया है। लक्ष्मी जो श्री हरिनारायण विष्णु भगवान की अर्धांगिनी है। आप जानते हैं इस संसार में लक्ष्मी का कितना महत्व है। लक्ष्मी की जरूरत इस सारे संसार को है। हर व्यक्ति लक्ष्मी चाहता है। Read – भगवान गणपति पर भजन
आपने यह भी देखा होगा कि हम सब लोग लक्ष्मी की कामना तो करते हैं किन्तु लक्ष्मी की पूजा कब करते हैं। हम लक्ष्मी की पूजा केवल लक्ष्मी पूजन के दिन ही करते हैं। तो भी एक विडम्बना हमने देखी है। कि हमें लक्ष्मी तो चाहिए किन्तु हम मैय्या लक्ष्मी की आराधना से भागते हैं। श्री सूक्त | Shree Suktam Path in Hindi विजिट – माँ सरस्वती वंदना
यहाँ प्रस्तुत यह श्री सूक्त को काव्यात्मक रूप से अनुवादित किया गया है। ताकि आप लक्ष्मी को प्रसन्न करें। आप यह जानना चाहेगें कि आखिर श्री सूक्त के काव्यात्मक अनुवाद की जरूरत क्या है। तो आपको यह समझना जरूरी है। हमारे पुरखों को संस्कृत की समझ थी सो उन्होंने इसे संस्कृत में लिखा। Shree Suktam in Hindi – Read – Lord Shiv Kavita
इस सूक्त के प्रथम छंद के अनुसार मैय्या लक्ष्मी का रंग सोने का है जो कि कुछ कुछ हरे रंग से शोभित हो रहा है। इनके सभी अंग स्वर्ण और चाँदी से सुसज्जित हैं। ऐसी चन्द्रमा के समान कान्तियुक्त देवी का हे अग्निदेवता आप मेरे लिए आवाहन कीजिए। Shri Sukt ka Paath – पढ़े – भगवान राम पर कविता
माता लक्ष्मी अश्व गाय पुत्रों को प्रदान करने वाली है। यह अविनाशी माता रानी है इसके आने से स्वर्ण भंडार तो स्वाभाविक रूप से चला आता है। इसलिए हे जातवेद अग्नि देवता आप मेरे लिए उस माता लक्ष्मी का आवाहन करें।