SIP KYA HAI 2023 : एस आई पी की पूरी जानकारी – यह एक इन्वेस्टमेंट का तरीका है। जो लोग इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो उन लोगों को SIP (सिप) के बारे में अवश्य पता होना चाहिए। इस वेब पेज पर आपको सिप से जुडी सम्पूर्ण Information मिलेगी। आखिर SIP क्या है। इसका उपयोग हम कैसे कर सकते हैं। इसके क्या फायदे और नुकसान है सबको यहाँ बताया गया है तो चलिए जानते हैं।
SIP KYA HAI | एस आई पी की पूरी जानकारी
दरअसल SIP निवेश का एक तरीका है। एक ऐसा तरीका जो आपको बड़े जोखिम से बचाता है। SIP कर अर्थ है – Systematic Investment Plan जिनके पास पूँजी कम होती है और जो शेयर बाजार में अपना पैसा इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं। उनके लिए SIP (सिप) एक प्रकार से रामबाण की तरह काम करता है।
यदि आप मासिक, साप्ताहिक, तिमाही, अर्धवार्षिक या वार्षिक रूप से भी इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो आप इसमें कर सकते हैं। बस यह की इसमें किसी प्रकार की कोई चूक ना हो।
सिप के माध्यम से ठीक उसी प्रकार से एक निवेशक निवेश करता है जैसे एक व्यक्ति किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में RD (Recurring Deposit) के माध्यम से अपनी बचत करता है।
SIP KI PURI JANKARI IN HINDI | SIP KYA HAI 2023 : एस आई पी की पूरी जानकारी
किन्तु यहाँ कुछ आधारभूत अंतर होते हैं। RD में बैंक एक सुनिश्चित दर के हिसाब से आपको इंटरेस्ट देता है। जबकि SIP के माध्यम से आप म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट करते हैं और यह NAV व Unit के हिसाब से तय होता है।
म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी अपना इन्वेस्टमेंट शेयर मार्केट में करती है और शेयर के दाम घटते बढ़ते रहते हैं। इसलिए NAV भी घटती बढ़ती रहती है। चलिए जान लेते है कि आखिर यह NAV क्या है। और कैसे NAV व UNITS सिप में आपका रिटर्न तय करते हैं।
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NAV (Net Asset Value) KYA HAI
NAV को जानने के लिए हमें सबसे पहले unit को समझना जरूरी है। जैसे शेयर बाजार में किसी कंपनी के शेयर होते हैं। ठीक उसी प्रकार म्यूच्यूअल फण्ड में यूनिट होते हैं। जैसे किसी म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी की वैल्यू 1000 रूपये है और यदि वह इसको 100 यूनिट में विभाजित करती है तो प्रत्येक यूनिट की कीमत 10 रूपये होगी।
अब बात करते हैं NAV कैसे तय होती है। तो चलिए जान लेते हैं। म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी अपना पैसा शेयर बाजार में लगाती है। शेयर के दाम घटते बढ़ते रहते हैं और कंपनी उस आधार पर म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी शेयर खरीदती व बेचती रहती है। तो NAV का पता करने के लिए कंपनी के पास जितने सिक्योरिटीज डिपाजिट है इत्यादि उनमें से म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी का रोजाना का खर्च निकाला जाता है और जितने भी यूनिट्स उसने अपने इन्वेस्टर्स को दिए हुए हैं उनसे विभाजित किया जाता है।
NAV = MF Stocks Bonds Treasury Bill etc. – Mutual Fund Expanses / Total Number of Investor’s Units
SIP KYA HAI 2023 : एस आई पी की पूरी जानकारी
SEBI (SECURITIES and EXCHANGE BOARD of INDIA) की गाइडेंस के अनुसार यह किसी भी म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी को रोज यह NAV निकालनी होती है इसलिए यह NAV प्रतिदिन बदलती है। और NAV व आपके पास मौजूद Units यह तय करते हैं कि आपको कितना रिटर्न मिलेगा।
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SIP (Systematic Investment Plan) के फायदे –
- सिप का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप छोटे छोटे इन्वेस्टमेंट के साथ एक बड़े मुनाफे की ओर बढ़ते हैं। आपको शुरुआत में किसी बड़े फण्ड की आवश्यकता नहीं होती है। आप किश्तों के रूप में इन्वेस्ट करते है। और मुनाफा कमाते हैं।
- इसमें दूसरी बात यह है कि आप इनकम टैक्स स्लैब के दायरे में आते हैं इसलिए आपको Income Tax Return में विशेष छूट मिलती है।
- जैसे जैसे NAV बढ़ता है। उस हिसाब से आपकी monthly, Yearly इनकम भी बढ़ती रहती है।
- इसमें आपको compoundig return मिलता है। जो किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में RD करवाने से कहीं बेहतर है।
- यदि आपको लगता है। मार्किट में गिरावट आ रही है तो आप SIP को रोक भी सकते हैं। और बाद में फिर से चालू कर सकते हैं।
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SIP KYA HOTA HAI HINDI | एस आई पी की पूरी जानकारी
SIP (Systematic Investment Plan) के नुकसान –
प्लान कोई सा भी हो उसके सकारात्मक पहलू होते हैं तो उसके नेगेटिव पहलू भी होते हैं। तो जान लेते हैं SIP में नुकसान के बारे में भी।
- इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात जो होती है वह यह है कि आपको एक निश्चित समय अंतराल व तारीख पर तय राशि के जमा करवानी होती है। और यदि आपकी आय में उतार चढाव है तो आपको इसके कारण जोखिम उठाना पड़ सकता है।
- आपको म्यूच्यूअल फण्ड की टर्म्स और कंडीशन के हिसाब से चलना पड़ता है। आप यदि SIP की कोई किश्त चूक जाते हैं तो आपको इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है।
- यदि म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी का खर्च ज्यादा होता है या वह किसी प्रकार से घाटे में जाती है। तो इसका प्रभाव सीधा सीधा आपके इन्वेस्टमेंट पर पड़ता है।
- आपके हाथ में किसी प्रकार का कोई इन्वेस्टमेंट नहीं होता है। सब कुछ म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी तय करती है कि आपका पैसा कहाँ इन्वेस्ट होगा। इसलिए आप दूसरे पर निर्भर रहते हैं। कि वह आपको फायदा करवाएगा या नुकसान।
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SIP (सिप) में कैसे निवेश करें –
SIP के माध्यम से निवेश करना आसान है। इसमें भी दो तरह के प्लान होते हैं। पहला – 1. डायरेक्ट प्लान (Direct Plan) व 2. दूसरा रेगुलर प्लान (Regular Plan)
डायरेक्ट प्लान उन लोगों के लिए अच्छा है जिन्हे निवेश का तरीका पता है और जिन्होंने पहले भी SIP यूज किया हुआ है। यहाँ कोई भी निवेशक इंडिविजुअल रूप से AMC के माध्यम से किसी कंपनी में निवेश कर सकता है। आपके पास किसी प्रकार का कोई ब्रोकर नहीं होता है। अर्थात किसी भी प्रकार का guide नहीं होता है। आप अपने गाइड खुद होते हैं।
SIP KYA HAI 2023 : SIP INFORMATION IN HINDI
रेगुलर प्लान में एक बिचौलिया होता है जिसे ब्रोकर कहते हैं। वह आप उसके माध्यम से AMC की योजना खरीदते हैं। वह आपको गाइड करता है कि आपको कैसे अपना पैसा इन्वेस्ट करना है। इसके बदले में वह आप से शुल्क लेता है। यह तरीका उन लोगों के लिए होता है जिनको इससे पहले किसी भी प्रकार से इन्वेस्टमेंट की कोई जानकारी नहीं है। यह ब्रोकर आपको सभी प्रकार की म्यूच्यूअल फण्ड कंपनियों की जानकारी उपलब्ध करवाते हैं।
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KYC के लिए जरूरी दस्तावेज | SIP INFORMATION IN HINDI
बैंक अकाउंट हो या ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट या फिर म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी। आप जिस ब्रोकर या कंपनी के माध्यम से इन्वेस्टमेंट करते हैं या राशि का लेन देन करते हैं तो आपको KYC की जरूरत पड़ती है। इसलिए आप को विशेष दस्तावेज की जरूरत पड़ती है।
KYC कर अर्थ है – KNOW YOUR CUSTOMER और कुछ संस्थानों में KNOW YOUR CLIENT. इसके माध्यम से यह पता किया जाता है कि आप कहाँ के नागरिक है आप की उम्र कितनी है। आप का इससे पहले का अनुभव कितना है। आप का बैंक अकाउंट किस बैंक में और कौनसा है। जिसके माध्यम से वे आपकी सही सही पहचान कर सकें।
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SIP KI PURI JANKARI IN HINDI | एस आई पी की पूरी जानकारी
आपको KYC के लिए निम्न दस्तावेज की जरूरत होती है।
1. | IDENTITY CARD – (AADHAR, DRIVING LICENSE, VOTER ID) |
2. | BANK ACCOUNT – (SAVING OR CURRENT) |
3. | PAN CARD |
4. | PHOTO |
SIP KI PURI JANKARI IN HINDI (निष्कर्ष)
अतः हम अंतिम रूप से देखे तो सिप के नुकसान भी है और फायदे भी। आपको सिप के माध्यम से इंवेस्टमेन करते समय यह ध्यान रखना जरूरी है कि आप जिस म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हैं। उसकी स्तिथि अभी कैसी है। इसलिए उस म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी की फंडामेंटल डिटेल्स जान लें।
SIP INFORMATION IN HINDI | एस आई पी की पूरी जानकारी
कहीं ऐसा तो नहीं कि वह कंपनी पहले से कर्ज में चल रही हो। इन कंपनियों की जानकारी आपको ऑनलाइन भी उपलब्ध हो सकती है और यदि यह सब आप करने में सक्षम नहीं है तो आप किसी ब्रोकर या इन्वेस्टमेंट में अनुभवी व्यक्ति की सलाह भी ले सकते हैं।
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किसी भी कंपनी में इन्वेस्टमेंट करने में आप जल्दबाजी ना करें। क्योंकि जल्दबाजी का परिणाम कभी लाभकारी नहीं होता है। क्योंकि जब आप इनको अच्छे से सर्च करेंगे तो आप को हर कंपनी के प्लस और माइनस पहलू नजर आएंगे। आपको आपके अनुसार अपनी म्यूच्यूअल फण्ड इंवेस्टमेन का चुनाव करना है।
SIP KYA HAI | एस आई पी की पूरी जानकारी
साथ ही आप एक बात का भी अवश्य ध्यान रखें। यहाँ आप जब इन्वेस्टमेंट करते है तो किश्तों के रूप में करते हैं। इसलिए किश्त उतनी ही रखे। जिसे आप हर माही, तिमाही में आसानी से दे सकें। ऐसा ना हो आप इन्वेस्टमेंट एक प्रकार का आर्थिक भोज लगने लगे। क्योंकि म्यूच्यूअल फण्ड वित्तीय जोखिम के अधीन आता है।
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