विवेकानंद जी के विचार : Top Motivational 51 Swami Vivekananda Quotes in Hindi

विवेकानंद जी के विचार : Top Motivational 51 Swami Vivekananda Quotes in Hindi – युवा हृदय सम्राट स्वामी विवेकानंद जी युवाओं के दिलों में बसते है। उनका पूरा जीवन अपने आप में एक प्रेरणा है। उन्होंने अपने कर्म और कथन दोनों से ही लोगों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। विशेष रूप से युवाओं के तो वो एक आदर्श हैं। चलिए जानते है प्रिय विवेकानंद जी के वे प्रमुख विचार जो उनके उत्तम चरित्र का परिचय देते हैं और युवाओं को भी राह दिखाते हैं।

विवेकानंद जी के विचार | Swami Vivekananda Quotes in Hindi

“खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।”

Swami Vivekananda

स्वामी जी का जो सबसे लोकप्रिय कथन है। वह यही है कि यदि आप खुद को कमजोर समझते हैं। तो यह अपने आप में सबसे बड़ा पाप है। क्योंकि यह व्यक्ति के अंदर उतनी ही क्षमता है। जितनी की दूसरे व्यक्ति के पास होती है। बस हम अपनी क्षमता को पहचान नहीं पाते हैं। क्योंकि हमें ध्यान रखना चाहिए। हमारी क्षमताएं भी वैसी ही है जैसे किसी अन्य महापुरुष की है। जिनको आज हम जानते हैं।

Swami Vivekananda Quotes in Hindi

विवेकानंद जी के विचार | Swami Vivekananda Quotes in Hindi

जब हम अपने आप को कमजोर समझ लेते हैं। या किसी कार्य के लिए अपने आप को हीन मान लेते हैं। तो हम अपने लक्ष्य को कभी प्राप्त ही नहीं कर सकते हैं यह हमें ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि कहीं ना कहीं हम जंग लड़ने से पहले ही हथियार डाल चुके होते हैं। हम संघर्षों के प्रति अपना समर्पण कर चुके होते हैं।

“हम जो बोते हैं वही हम काटते हैं। हम स्वयं के भाग्य निर्माता है।”

Swami Vivekananda Thoughts

यह कथन हमें साफ़ बताता है कि हमारी करनी ही हमारी फलदायी होती है। अर्थात जैसा हम बोयेंगे वैसा ही हम काटेंगे। यदि हम दूसरों की राह में कांटे लगाएंगे तो हमें हमारी राह में भी कांटे ही मिलेंगे और यदि हम फूल बिछाएंगे तो हमारी राह में भी फूल बिछ जायेंगे।

पढ़िए – प्रेरणादायक कविता

“एक समय में एक काम करो और इसे करते समय बाकी सब को छोड़कर अपनी पूरी आत्मा इसमें डाल दो।”

Swami Vivekananda Quote
विवेकानंद जी के विचार

विवेकानंद जी के विचार | Swami Vivekananda Quotes in Hindi

हमें जरूर है कि जिस काम का हम जिम्मा लें पहले उसे पूरी जिम्मेदारी के साथ करें। क्योंकि एक बार में एक काम हम करें। तो निश्चित रूप से हम उसे बेहद अच्छे से कर पाएंगे। साथ ही हमें जरूरत है। पूरी आत्मा अर्थात तल्लीनता के साथ उस कार्य को करने की। ताकि उस कार्य में असफलता के अवसर नहीं के बराबर रहे।

स्वामी विवेकानंद के सुविचार | Swami Vivekananda ke Suvichar

“स्वतंत्र होने का साहस करें। जहाँ तक आपके विचार जाते हैं जाने का साहस करें और उसे अपने जीवन में उतारने का साहस करें।”

Quotes of Vivekananda

हमें स्वतंत्र रूप से अपने विचार को आगे बढ़ाना चाहिए। क्योंकि हमारे विचार हमारा चरित्र निर्माण करते हैं। जितने उड़ान हमारे विचार लेंगे। हम उतना ही उन्नत होते जायेंगे। हां लेकिन साथ में इन अच्छे विचारों को हमें अपने जीवन में अमल में लाना होगा। इसलिए विचार की उड़ान भरिये साथ ही इन विचारों से खुद को जीवन में नई राह सिखाइये।

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“अनुभव ही आपका सर्वोत्तम शिक्षक है। जब तक जीवन है सीखते रहें।”

Vichar Swami Vivekananda

जीवन में हमें जो अनुभव सीखा सकता है। वह सच में कोई गुरु नहीं सीखा सकता है। इसलिए आपको यह ध्यान रखना चाहिए। कि आप किसी भी क्षेत्र में सफल हों या असफल यह कहीं मायने नहीं रखता आपको आपकी असफ़लता के द्वारा जो अनुभव मिलता है वह बहुत महत्वपूर्ण भूमिका आपके जीवन में निभाता है।

“आप जोखिम लेने से भयभीत ना हों, यदि आप जीतते हैं तो आप नेतृत्व कर सकते हैं, यदि आप हारते हैं तो दूसरों का मार्ग दर्शन कर सकते हैं।”

Swami Vivekananda
स्वामी विवेकानंद के सुविचारr

स्वामी विवेकानंद के सुविचार | Swami Vivekananda ke Suvichar

जीवन में हर कदम एक जोखिम होता है। यहाँ तक कि जिंदगी जीने में मरने का जोखिम है। अतः आप जीवन में जो भी जोखिम लेना चाहते हैं वे अवश्य लें। क्योंकि जोखिम लेने में यदि आपकी विजय होती है। तो वह दूसरों के लिए प्रेरणा बनेगा। और यदि आप इसमें हार भी जाते हैं तो दूसरे लोगों को गाइड कर पाएंगे। इसलिए जोखिम तो जीवन में अवश्य लेना है यह ध्यान रखें।

पढ़िए – स्वामी विवेकानंद लाइफ स्टोरी

“अपने स्वभाव के प्रति सच्चे रहना सबसे बड़ा धर्म है। अपने आप पर विश्वास रखें।”

Youth Icon Vivekananda

आप जो भी है वैसे ही बने रहें। आप बनावटी ना बने। क्योंकि आप आपके स्वभाव के अनुरूप रहेंगे तो यही सच्ची बात होगी। अपने स्वभाव को किसी के लिए बदलने ना जाएँ। बस आपके स्वभाव के साथ ही आप अपने कार्यक्षेत्र में जुटे रहें।

पढ़िए – प्रेरणादायी विचार

“आकांक्षा, अज्ञानता और असमानता यह बंधन की त्रिमूर्तियाँ है।”

Swami Vivekananda

विवकानंद जी के अनुसार यदि आप किसी चीज की आकांक्षा करते हैं। या फिर आप किसी व्यक्ति से अपेक्षा करते हैं कि वह आपके लिए इस कार्य को करेगा तो यह भी गलत है। दूसरा आप के पास किसी कार्य का ज्ञान नहीं है और आप उस अपनी अज्ञानता के साथ उतर हैं तो यह भी किसी प्रकार से ठीक नहीं है और किसी प्रकार के से आपके साथ समान न्याय नहीं होता है तो वह भी सर्वथा अनुचित है। क्योंकि यह तीनों चीजें आपको बांधकर रखेगी।

स्वामी विवेकानंद के थॉट्स | Swami Vivekananda Thoughts in Hindi

” यदि किसी दिन आपके सामने कोई समस्या ना आये तो आप सुनिश्चित हो जाइये कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं।”

Swami Vivekananda Ke Vichar

आप को यह ध्यान रखना चाहिए कि जब भी आप उन्नति की ओर जायेंगे तो नित नए दिन आपके सामने कोई ना कोई चुनौती आएगी। जिस दिन आपके सामने कोई चुनौती ना आये तो आप यह अवश्य ध्यान रखना। कि आप शायद अपनी राह से भटक चुके हैं। क्योंकि जीवन में कोई ना कोई चुनौती अवश्य आती है और सपना बड़ा हो तो चुनौतियाँ हर रोज आती है।

“सत्य को हजार तरीको से बताया जा सकता है फिर हर एक सत्य ही होगा।”

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सत्य सत्य होता है इसे कभी भी छुपाया नहीं जा सकता है। हाँ इसके कहने के तरीके कहीं हो सकते हैं। जीवन में सत्य को समझना जरूरी है। सत्य वैसे तो हमेशा एक ही वह झूठ की तरह कहीं रूपों में नहीं मिलेगा बस बात इतनी सी है कि उसे आप प्रस्तुत कैसे करते हो।

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“दुनिया एक महान व्यायामशाला है। जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।”

Swami Vivekananda

यह जो संसार है यह एक ऐसी व्यायामशाला है। जो हमें नित नई परेशानियों से मजबूत बनाती है। हमारे जीवन में हर कदम एक चुनौती आती है। और हम अपने आप को संवारते रहते हैं।

“जैसा तुम सोचोगे वैसे ही बन जाओगे। खुद को निर्बल बनाओगे तो निर्बल और सबल बनाओगे तो सबल।”

Swami Vivekananda
Swami Vivekananda Thoughts in Hindi

स्वामी विवेकानंद के सुविचार | Swami Vivekananda ke Suvichar

हमारे जीवन में हम जैसा सोचते हैं वैसे ही हम बनते चले जाते हैं। यदि हम खुद को कायर और निर्बल समझते हैं। तो हम हमारे जीवन में निर्बल ही बने रहते हैं। और यदि हम ठान लें कि ऐसा नहीं है और हम काफी मजबूत है। तो निश्चित रूप से एक सक्षम व्यक्ति के रूप में अपने आप को प्रस्तुत कर सकते हैं।

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“चिंतन करो पर चिंता नहीं, नए विचारों को जन्म दो”

Vivekananda

चिंता हमें अंदर से जलाती है। हमें जरूरत है जब भी हमें चिंता हो तो जाने कि आखिर वह चिंता क्यों हो रही है। उस पर हम सकारात्मक चिंतन करें। और उस चिंता का समाधान ढूंढे। बजाये उसके बारे में चिंता करने के। सकारात्मक चिंतन हमें जीवन में बहुत कुछ दे सकता है।

स्वामी विवेकानंद के कोट्स | Swami Vivekananda Ke Kathan

“जो कुछ भी तुमको कमजोर बनाता है, शारीरिक, बौद्धिक या मानसिक उसे जहर के समान त्याग दीजिए।”

Vivekananda Ji

युवा हृदय सम्राट हम से कहते हैं यदि आप को कोई चीज कमजोर बना रही है। और आपको आपके लक्ष्य से विचलित कर रही है तो आप उसे जहर के समान त्याग दें। यह चीज किसी प्रकार से शारीरिक हो सकती है, कोई मानसिक तनाव कारक को सकती है। या यह ऐसी वस्तु भी हो सकती है जो आपकी बौद्धिक समझ को रोके।

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“पवित्रता, धैर्य और उद्यम यह तीनों गुण मैं एक साथ चाहता हूँ।”

Swami Vivekananda

विवेकानंद कहते हैं कि यदि मैं कोई तीन चीज अपने अंदर चाहूंगा तो पहली है पवित्रता। पवित्रता से अर्थ है मन की पवित्रता। अर्थात मन से सभी के लिए अच्छा सोचना और द्वेष, ईर्ष्या से मुक्त होकर सोचना। दूसरी जो चीज है वह यह है की धैर्य बनाये रखना। हमारे अंदर धैर्य होना बहुत जरूरी है। कहते भी है सब्र का फल मीठा होता है। तीसरी जो चीज है वह परिश्रम है। हमें अथक परिश्रम करना आना चाहिए।

“जो सत्य है उसे साहसपूर्वक निर्भीक होकर लोगों से कहो। उससे किसी को कष्ट होता है या नहीं। इस पर ध्यान मत दीजिए।”

Youth Icon Vivekananda

हमारा दायित्व है कि जो भी सच है। अर्थात जो सच्चाई हम जानते हैं उसे बिना डरे हमें सभी के सामने अभिव्यक्त करना चाहिए। इससे किसी को परेशानी या कोई कष्ट भी होता है तो होने दीजिए। क्योंकि सत्य बोलना बेहद जरूरी है।

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“क्या तुम यह अनुभव नहीं करते, कि दूसरों के ऊपर निर्भर रहना बुद्धिमानी नहीं है। बुद्धिमानी व्यक्ति को अपने ही पैरों में खड़े होकर कार्य करना है।”

Vivekananda JI
Swami Vivekananda ke Suvichar

स्वामी विवेकानंद के थॉट्स | Swami Vivekananda Thoughts in Hindi

बड़ी ही अच्छी बात विवेकानंद जी ने कहीं है। कि आप अपना मुकाम अपने दम पर बनाइये। क्योंकि दूसरों के दम पर चलना किसी भी प्रकार से कोई बुद्धिमानी नहीं है। आप कभी भी गिर जायेंगे। इसलिए जरूरी है कि दृढ़ता पूर्वक अपने क़दमों पर खड़ा होकर अपना करियर बनाइये।

“एक विचार लो, फिर उस विचार को अपना जीवन बना लो, उसके बारे में सोचो, उसके सपने देखो, उस विचार को जियों। अपने मस्तिष्क, मांसपेशियों, नसों और शरीर के हर हिस्से को उस विचार में डूब जाने दो और बाकी सब विचारों को किनारे कर दो। यही सफल होने का सही तरीका है।”

Swami Vivekananda

स्वामी विवेकानंद कहते हैं। कि हमें यदि अपने सपनो को पूर्ण करना है। तो हमारा जो सपना है बस दिन रात उसी पर जुट जाइये। उसी विचार के साथ जीना शुरू कर दीजिये। उसे ही पूरा करने में लगे रहिये। आपके तन मन हर जगह सिर्फ वही विचार होना चाहिए। सच में यदि ऐसा होगा तो फिर मानकर चलिए आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।

विवेकानंद जी के विचार | Swami Vivekananda Quotes in Hindi

“जिसके साथ श्रेष्ठ विचार रहते हैं वह कभी भी अकेला नहीं रह सकता है।”

Vivekananda Thoughts in Hindi

विवेकानंद का जीवन प्रेरणा से भरा है उनके जीवन से सिर्फ और सिर्फ हमें प्रेरणा ही देखने को मिलती है। वो कहते जिस व्यक्ति के साथ श्रेष्ठ विचार रहते हैं। वह कभी अकेला नहीं रह सकता है। क्योंकि उसके उत्तम विचार हमेशा उसे उद्यम के लिए प्रेरित करेंगे। दुनियां में अच्छे कार्यों के लिए प्रेरणा देंगे। स्वामी विवेकानंद के थॉट्स | Swami Vivekananda Thoughts in Hindi Read – Marriage Funny Quotes in Hindi

“बाहर की दुनिया बिलकुल वैसी है जैसा कि हम सोचते हैं हमारे विचार ही चीजों को सुन्दर बनाते हैं।”

Vivekananda

यहाँ बड़ी ही ख़ूबसूरत बात नरेंद्र कहते हैं कि यह दुनिया वैसी ही है जैसा हम इस दुनिया देखते हैं। क्योंकि हमारे विचार ही इस दुनिया निर्माता है। हम चाहे तो इस दुनिया को ख़ूबसूरत बना सकते हैं। या फिर इस दुनिया को बदसूरत। यह हम पर ही निर्भर करता है। विवेकानंद जी के विचार : Top Motivational 51 Swami Vivekananda Quotes in Hindi Read – Girlfriend Funny Quotes in Hindi

“जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप भगवान् पर विश्वास नहीं कर सकते।”

Vivekananda
विवेकानंद जी के विचार

विवेकानंद जी के विचार | Swami Vivekananda Quotes in Hindi

“पूरा संसार हमारे अंदर समाया होता है। बस जरूरत है चीजों को सही रौशनी में देखने की।”

Swami Vivekananda

स्वामी जी के अनुसार यह सारा संसार हमारे अंदर समाया हुआ है। जरूरत इस संसार को अपने अनुसार देखने की। क्योंकि हम जो सोचते हैं चीजें हमें वैसी ही दिखाई देती है। हमें चीजों को रौशनी में देखने की जरूरत है। अर्थात हमें जरूरत है सकारात्मक विचारधारा के साथ सोचने की. विवेकानंद जी के विचार : Top Motivational 51 Swami Vivekananda Quotes in Hindi Read – Winter Shayari in Hindi

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FAQ

1 स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम क्या था ?

विवेकानंद का बचपन का नाम वीरेश्वर रखा गया था किन्तु औपचारिक नाम नरेन्द्रनाथ था।

2. स्वामी विवेकानंद का जन्म कब हुआ ?

स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता में एक कुलीन कायस्थ परिवार में हुआ।

3 स्वामी विवेकानंद जी ने कब समाधी ली।

स्वामी विवेकानंद ने 4 जुलाई 1902 को समाधी ली।

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