शराब पर कविता : 3 Best Sharab Kavita | Wine Hindi Poem

शराब पर कविता : 3 Best Sharab Kavita | Wine Hindi Poem – यहाँ शराब पर 3 बेहतरीन कविताएं प्रस्तुत है – शराब का ईनाम, शराब भुलाये भूतकाल, शराब से बड़ा सहारा कोई नहीं।

शराब पर कविता

शराब का ईनाम

कभी इधर कभी उधर लेके पीने का असर।
फिर लड़खड़ाकर गिर पड़े, पैर पड़े जिधर।।

है बहादुरी का काम पीने वाले का है नाम।
मंदिर में पीओ, मस्जिद में, कहाँ नहीं भगवान।।

मालूम नहीं पीने वाले से इतनी क्यों नफरत।
हर गम भूला देता ऐसा है यह शरबत।।

कभी – कभी शरबत की चाह रख खुला मुंह गिर जाता।
फिर देख कोई कुत्ता उसमें मूत्र विसर्जन कर जाता।।

कभी – कभी तो नशा ऐसे परवान चढ़ता।
पैर होते सड़क पर मुंह नाली में पड़ता।।

किसी की तो घर जाने पर बीवी उतारती पूजा।
दूसरे दिन आईने पर मिलता चेहरा सूजा।।

आखिर अंगूर की बेटी से मोहब्बत का है यह फल।
तो कैसे हो सकता बिना परिणाम दिए निष्फल।।

अंत में बॉडी को मिलता चार कन्धों का सहारा।
मरने के लिए देखो रोज कितना मेहनत करता बेचारा।।

सच कहे तो अंत में शराबी गोल्ड मैडल का हक़दार।
और शराब ही यह ईनाम देने वाली ठेकेदार।।

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—— Lokesh Indoura

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शराब भुलाये भूतकाल

पीने का अलग ही नशा है
किसी को आया मजा
तो किसी को चढ़ा नशा है।
कुछ तो चढ़ गए चने के पेड़ पर
पेड़ से तोड़ना था इश्क का फल
सो तोड़ने के बाद खाया तो बुरा है।
उस बुरे स्वाद को दूर करने के लिए
अब जरूरी हुई शराब
सो पीते रहो
जो भूतकाल में फट गए
सीते रहो।

—- Lokesh Indoura

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Sharab Kavita

शराब से बड़ा सहारा कोई नहीं

शराब का होवे ऐसा जादू
कि पूरा बॉडी शराब के काबू

भुला घर भुला बीवी और जाने रास्ता
हुआ इंसान का अब बोतल से वास्ता

वास्ता ऐसा कि अब उसी का नशा चढ़े
किसी को तो ऐसा चढ़े कि फिर कभी ना उठे

नशे की सी दुनिया शराब के नाम के बिना अधूरी
कमजोर भी दो घूंट लेने का बाद दिखाए बहादुरी

ऐसा यह शराब का खेल इस जहां
शराब से बड़ा सहारा कोई कहाँ

—– Lokesh Indoura

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वैसे तो शराब पीना एक शौक है। सदियों से लोग मदिरापान करते आ रहे हैं। मदिरा जो किसी को भी मदहोश कर दे। सालों से शराब और शबाब के लोग दीवाने हैं।

Wine Hindi Poem

लोग शराब पीते हैं कि अपने सारे गम भूल जायें। अब शराब गम भुला पाती है या नहीं। यह तो शराब और शराबी को ही पता। लेकिन यह शराब पीने वाले अपना पता जरूर भुला देती है। सूची पर जायें Wine Kavita | शराब कविता | Sharab Par Kavita

यह Wine Hindi Poem हमें बताती है। कि किस तरह शराब पीने के बाद व्यक्ति लड़खड़ाने लगता है। वह पूरी तरह से अपनी सूद बुध खो बैठता है। इस मदहोशी वह अपना सामाजिक सम्मान के साथ अपनी सेहत भी खो बैठता है। Wine Hindi Poem | शराब पर कविता | Sharab Kavita Benefits & Side effects of wine

वास्तव में यह शराब की लत ना केवल व्यक्ति को आर्थिक रूप से कमजोर करती है। बल्कि उसके रिश्ते भी ख़राब करती है। पढ़े – Hasya Vyang in Hindi

Sharab Kavita
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शराब ने कहीं लोगों का जीवन ख़राब किया है। कहीं लोग शराब की लत की वजह से अपनी जिंदगी गवां चुके हैं। आज भी समाज में शराब की लत निरंतर बढ़ती जा रही है। Wine Kavita | शराब कविता | Sharab Par Kavita Types of Wine

शराब अवशय ही लोग अपना गम भुलाने के लिए पीते हो। किन्तु वास्तव में पीने वाला इंसान अपना सब कुछ भुला बैठता है।

शुरुआत में शराब लोग एक शौक के तौर पर पीते हैं। लेकिन शराब पीते पीते कब वे शराबी बन जाते हैं। उन्हें भी पता नहीं चलता। पढ़े – हास्य हिंदी शायरी

शराब पर कविता
शराब पर कविता

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